नई दिल्ली। पांच राज्यों की विधानसभा के अंतिम चरण के चुनाव में कांग्रेस एक प्रयोग करने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस मध्य प्रदेश में रणनीति बदलाव करते हुए उस फॉर्म्युले को लागू करने की तैयारी कर रही है, जिसे बीजेपी ने 2017 में उत्तर प्रदेश के चुनाव में लागू किया था। पार्टी ने एक चुनाव के लिए एक थीम तैयार किया है, जिसे अगले हफ्ते वोटरों को लुभाने के लिए लॉन्च किया जा सकता है। बीजेपी ने भी पिछले उत्तर प्रदेश चुनाव में ऐसा ही एक गाना लॉन्च किया था। गाने के शुरुआती बोल हैं, ‘आ रही है कांग्रेस, परिवर्तन मांगे मध्य प्रदेश।
कांग्रेस के चुनाव अभियान से जुड़े एक सीनियर नेता ने बताया, यह गाना वोटर्स में विश्वास जगाने के लिए तैयार किया गया है। यह गाना उन सभी लोगों के लिए है, जो कांग्रेस को वोट तो देना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस के सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त नहीं हैं। यह गाना स्थानीय रेडियो चैनल और चुनावी रैलियों में चलाया जाएगा। यह रणनीति इससे पहले 2017 में उत्तर प्रदेश चुनाव में बीजेपी ने अपनाई थी। बीजेपी ने ‘आ रही है भाजपा सरकारÓ गाना लॉन्च किया था। इस गाने के बाद बीजेपी को फायदा हुआ और अपने वोटों को इक_ा करने में मदद मिली। मध्य प्रदेश में 28 नवंबर को एक फेज में 230 सीटों पर चुनाव होने हैं। पार्टी को लगता है कि एमपी में बीजेपी का चुनावी अभियान कांग्रेस के मुकाबले ज्यादा फैला हुआ है। एमपी के एक कांग्रेस नेता ने कहा, ‘उनका चुनावी अभियान में खर्च 300 करोड़ रुपये प्रति महीने है। हमारा खर्च उनका 10 प्रतिशत है। जाहिर तौर पर मीडिया और जमीन पर वे लोग हमसे ज्यादा दिख रहे हैं।
कांग्रेस अगले हफ्ते कुछ पोस्टर्स लॉन्च करने वाली है, जिनमें वह चुनाव अभियान के खर्च को लेकर बीजेपी पर हमला बोलेगी। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी टारगेट किया जाएगा। फिलहाल बीजेपी एमपी के अखबारों में एक अभियान चला रही है, सरकार सरकार में फर्क होता है। माफ करो महाराज, हमारा नेता शिवराज। इस थीम में बीजेपी सरकार द्वारा किए गए कामों का जिक्र कर रही है। साथ ही कांग्रेस पर राज्य को नजरअंदाज करने का आरोप लगा रही है। इसके अलावा एक अन्य विज्ञापन में सरकार केंद्र सरकार की स्कीम ‘उज्ज्वला योजना’ के बारे में बताकर वोटरों को लुभा रही है। इस विज्ञापन में लिखा है, वो महिलाओं के स्वास्थ्य को धुएं में उड़ाते रहे, भाजपा धुएं से छुटकारे के लिए गैस कनेक्शन देती रही।
बीजेपी के विज्ञापनों पर हमला करते हुए कांग्रेस ने भी पोस्टर तैयार कराए हैं, जिनमें लिखा है, ‘कांग्रेस का वादा, विज्ञापन कम और काम ज्यादा।’ इसके अलावा एक अन्य विज्ञापन में लिखा है, ‘जनता की कमाई, विज्ञापन में उड़ाई।’ पोस्टरों में आरोप लगाया गया है कि सरकार ने 300 करोड़ रुपये महीना विज्ञापनों पर खर्च कर रही है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि इस खर्च में 10 हजार ऐंबुलेंस खरीदी जा सकती हैं।