Noida:। खुद को पीएमओ का करीबी बताकर फ्रॉड करने वाले मोहम्मद काशिफ के खिलाफ प्रर्वतन निदेशालय ने गाजियाबाद की विशेष पीएमएए कोर्ट में आरोप पत्र दायर कर दिया है। ईडी ने अपनी जांच में माना है कि मोहम्मद काशिफ पर बिना स्त्रोत की काफी संपत्ति है और उसने कई विदेश यात्राएं भी की हैं। ऐसे में काशिफ पर ईडी (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है।
नोएडा पुलिस और एसटीएफ टीम ने मोहम्मद काशिफ को 20 अप्रैल 2023 को गिरफ्तार किया था। काशिफ दिल्ली के रमेश पार्क लक्ष्मीनगर का रहने वाला है और उस वक्त नोएडा के सेक्टर-107 स्थित ग्रेट वेल्यू अपार्टमेंट में रह रहा था। आरोपी के विरुद्ध फ्रॉड का मुकदमा थाना सूरजपुर में दर्ज हुआ था। मोहम्मद काशिफ के मोबाइल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई केंद्रीय-राज्य मंत्रियों के साथ मॉर्फ फोटो-वीडियो मिली थीं।
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29 मई 2019 को पीएम नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह, 20 फरवरी 2019 और 2 सितंबर 2016 को पीएम के साथ लंच का और 18 मई 2017 को उत्तराखंड मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह का निमंत्रण पत्र मोहम्मद काशिफ के मोबाइल से एसटीएफ को मिला था। प्रारंभिक जांच में ये सभी निमंत्रण पत्र एडिट किए हुए पाए गए थे। मोहम्मद काशिफ खुद को पीएमओ का करीबी बताकर सरकारी नौकरी दिलाने, टेंडर दिलाने, ट्रांसफर कराने के नाम पर लोगों को ठगता था।
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ईडी ने इस मामले में मोहम्मद काशिफ के खिलाफ सूरजपुर थाने में दर्ज एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी। बीते दिनों ईडी ने मोहम्मद काशिफ के आवास पर तलाशी ली, इसमें 1 करोड़ 10 लाख रुपए कैश मिला था। इसके अलावा नोट गिनने की एक मशीन भी बरामद हुई थी। साथ ही डीआरआई, जीएसटी और आईसीएआई आदि की जांच से संबंधित कुछ दस्तावेज भी मिले थे।
ईडी की जांच में यह बात भी सामने आई कि मोहम्मद काशिफ ने मदद करने की एवज में एक व्यवसायी से एक करोड़ रुपए मांगे थे। उसने कुल 1 करोड़ 78 लाख रुपए की संपत्ति खरीदी थी। इस संपत्ति में से 1.05 करोड़ रुपया कैश दिया गया था। काशिफ पर आरोप है कि उसने बिना किसी वैध स्त्रोत के कई विदेशी यात्राएं की। काशिफ पर एक मर्सिडीज थी, जिसे नोएडा पुलिस पहले ही सीज कर चुकी है। कुल मिलाकर उस पर बिना स्त्रोत की कमाई थी। ईडी ने जांच पूरी करते हुए 31 जुलाई को गाजियाबाद की स्पेशल कोर्ट में आरोप पत्र दायर कर दिया है। कोर्ट ने आरो पत्र का संज्ञान ले लिया है।