प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, मृतक मध्य प्रदेश का निवासी था और वह जंतर-मंतर पर किसी मुद्दे को लेकर कई दिनों से धरना दे रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि व्यक्ति ने अपनी कनपटी पर गोली मारी, जिससे वह मौके पर ही दम तोड़ दिया।
कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि उसे नजदीकी सरकारी अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। फिलहाल मृतक की पहचान और उसके प्रदर्शन का सटीक कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि उसके पास मिले दस्तावेजों और मोबाइल फोन से जल्द ही पूरी जानकारी हासिल हो जाएगी।
जंतर-मंतर, जो खगोलीय वेधशाला के रूप में जाना जाता है, आजकल विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक आंदोलनों का केंद्र बना हुआ है। यहां अक्सर किसान, छात्र और अन्य संगठन अपनी मांगें मनवाने के लिए धरना-प्रदर्शन करते नजर आते हैं। इस घटना ने एक बार फिर मानसिक स्वास्थ्य और प्रदर्शनकारियों की समस्याओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि लंबे समय तक अनदेखी होने पर लोग हताश होकर ऐसे कदम उठा लेते हैं।
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ने बताया, “घटना की सूचना मिलते ही फॉरेंसिक टीम और क्राइम ब्रांच को बुला लिया गया है। कोई सुसाइड नोट मिला है या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।” पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी को मृतक के बारे में कोई जानकारी हो, तो तुरंत संपर्क करें।
यह घटना दिल्ली में हाल के दिनों की दूसरी बड़ी सुसाइड से जुड़ी घटना है। कुछ हफ्ते पहले मुजफ्फरनगर के एक कॉलेज छात्र ने फीस विवाद में आत्मदाह कर लिया था, जिसकी मौत दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में हो गई। इन घटनाओं ने शिक्षा और सामाजिक न्याय की व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।

