90th Foundation Day of Reserve Bank of India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी सोमवार को मुंबई में आयोजित रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के 90वें स्थापना दिवस प्रोग्राम में शामिल हुए। इस दौरान में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फरणवीस, अजीत पवार और आईबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास भी मौदूर रहे। इस दौरान पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि, आज भारत का रिजर्व बैंक एक ऐतिहासिक पढ़ाव पर पहुंचा है। आरबीआई ने अपने 90 साल पूरे किए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि एक संस्थान के रूप में आरबीआई आजादी से पहले और आजादी के बाद दोनों ही कालखंड का गवाह है, आज पूरी दुनिया में आरबीआई की पहचान उसके प्रोफेशनलिज्म और कमिटमेंट की वजह से बनी है।
पीएम मोदी ने आरबीआई की सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को स्थापना दिवस की बधाई भी दी. पीएम मोदी ने आगे कहा कि, इस समय जो लोग आरबीआई से जुड़े हैं उन्हें मैं बहुत सौभाग्यशाली मानता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि आज आप जो नीतियां बनाएंगे जो काम करेंगे उनसे आरबीआई के अगले दशक की दिशा तय होगी। ये दशक इस संस्थान के उसके शताब्दी वर्ष तक ले जाने वाला दशक है। ये दशक विकसित भारत की संकल्प यात्रा के लिए भी उतना ही अहम है। पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी अपने फील्ड के एक्सपर्ट हैं आप जानते हैं कि देश की अर्थव्यवस्था, हमारी जीडीपी काफी हद तक मॉनिटरी और फिजिकल पॉलिसीज के कॉर्डिनेशन पर निर्भर करती है।
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पीएम मोदी ने कहा कि आरबीआई की स्थापना के 80वें वर्ष में हालात एकदम अलग थे। भारत का पूरा बैंकिंग सेक्टर समस्याओं और चुनौतियों से जूझ रहा था। एनपीए को लेकर भारत के बैंकिंग सिस्टम के स्टेबिलिटी और उसके भविष्य को लेकर हर कोई आशंका से भरा हुआ था। हालात इतनी खराब थी कि पब्लिक सेक्टर बैंक देश की आर्थिक प्रगति को जरूरी गति नहीं दे पा रहे थे। हम सभी ने वहां से शुरुआत की और आज भारत के बैंकिंग सिस्टम को दुनिया में एक स्ट्रॉगं और सस्टेनेबल सिस्टम माना जा रहा है। जो बैंकिंग सिस्टम कभी डूबने के कगार पर था वो बैंकिंग सिस्टम अब प्रोफिट में आ गया है और क्रेडिट में रिकॉर्ड वृद्धि दिखा रहा है।