Uttar Pradesh Land compensation: विभिन्न जिलों में जमीनों के सर्किट रेट को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने समीक्षा बैठक की। जिसमें कई बड़े फसले लेने से पूर्व चर्चा हुई। अब योगी राज में किसानों की मौज आने वाली हैं। खासतौर पर यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के किसानों की। जमीन अधिग्रहीत करने के एवज में अब ज्यादा मुआवजा मिलेगा। उन्हें अभी 3,100 रुपये प्रति वर्गमीटर की दर से मुआवजा देने का प्रावधान है। मगर अब इसे बढ़ाकर 4,300 रुपये प्रति वर्गमीटर कर दिया गया है।
यूपी कैबिनेट की बैठक में फैसला
बता दें कि सोमवार को यूपी कैबिनेट की बैठक में इस फैसले समेत 19 प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गई। प्रस्ताव के तहत अधिग्रहीत जमीन से पांच लाख रोजगार सृजित होंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने पिछले वर्ष 20 दिसंबर को जेवर तहसील के किसानों से मुलाकात की थी। उन्होंने घोषणा की थी कि गौतमबुद्धनगर के परगना व जेवर तहसील के गांव आकलपुर (45.69 हेक्टेयर), म्याना (165.25 हेक्टेयर) और मकसूदपुर (33 हेक्टेयर) की कुल 243.96 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण 4,300 रुपये प्रति वर्गमीटर की दर से किया जाएगा। इसी दर पर जेवर एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहीत जमीन का भुगतान किया गया था। मुआवजा राशि का भार यमुना अथॉरिटी अपने स्रोतों से उठाएगी, जबकि अतिरिक्त बोझ प्राधिकरण की संपत्तियों की लागत में शामिल किया जाएगा। इसका असल यहां प्रोपटी खरीदने वालों के साथ साथ जिनके प्राधिकरण ने आवंटन किया है उन पर भी पड़ेगा।
योगी राज में किसानों की आई मौज, अब इन गांव वालों को मिलेगा बढी दरों पर मुआवजा
