Delhi News: दिल्ली विधानसभा में सोमवार को विपक्षी विधायक पर कार्रवाई का एक और वाकया सामने आया। मार्शलों ने भाजपा विधायक अभय वर्मा को विधानसभा की कार्यवाही के दौरान सदन से बाहर कर दिया। भाजपा विधायक अभय वर्मा पर वित्त मंत्री कैलाश गहलोत के भाषण के दौरान सदन में कथित रूप से हंगामा करने का आरोप था। गहलोत आबकारी नीति 2021-22 पर बोल रहे थे, जिसके कार्यान्वयन में कथित अनियमितता की शिकायत सामने आई थी। उपराज्यपाल वीके सक्सेना की सीबीआई जांच की सिफारिश के बाद इस नीति को वापस ले लिया गया था।
Delhi News:गहलोत ने अपने संबोधन में कहा- 17 नवंबर, 2021 से 31 अगस्त, 2022 के बीच नई आबकारी नीति ने 5,576 करोड़ रुपये कमाए जबकि 17 अगस्त 2020 से 31 अगस्त 2021 के बीच पुरानी आबकारी व्यवस्था से 4,890 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया गया था। गहलोत ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कृपया सवाल उठाने से पहले कुछ अध्ययन कर लिया करें। पुरानी नीति में उत्पाद शुल्क से राजस्व अर्जित किया जाता था जबकि नई नीति में लाइसेंस शुल्क से राजस्व जुटाने की व्यवस्था की गई थी।
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कैलाश गहलोत ने कहा- आप दोनों नीतियों की तुलना नहीं कर सकते। यह सेब की तुलना संतरे से करने जैसा है। संबोधन के दौरान भाजपा विधायक अभय वर्मा ने आपत्ति जताई, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने मार्शलों को उन्हें बाहर ले जाने का आदेश दिया। कैलाश गहलोत ने यह दिखाने के लिए विभिन्न महीनों के आंकड़ों का भी हवाला दिया कि अब रद्द की जा चुकी नीति अच्छा कर रही है। दिसंबर 2020 में आबकारी राजस्व 508 करोड़ रुपये था, जबकि 2021 में उसी महीने 850 करोड़ रुपये था। इन लोगों का आबकारी नीति से कोई लेना-देना नहीं है।