घटना रात करीब 1:11 बजे हुई, जब ट्रेन येलमंचिली स्टेशन के निकट थी। प्रभावित कोचों में मुख्य रूप से बी1 और एक अन्य एसी कोच शामिल थे, जिनमें कुल करीब 158 यात्री सवार थे। आग लगते ही यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई और कई यात्री ट्रेन से कूदकर भागने में सफल रहे।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया गया। दोनों क्षतिग्रस्त कोचों को ट्रेन से अलग कर दिया गया। हादसे में एक पुरुष यात्री की जलकर मौत हो गई, जिसका शव बरामद किया गया। अन्य कोई गंभीर चोट की खबर नहीं है।
दक्षिण मध्य रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी की। आग के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स में किसी तकनीकी खराबी या अन्य कारण का जिक्र नहीं है, लेकिन फोरेंसिक टीमों को भी जांच में शामिल किया गया है।
यह हादसा विशाखापट्टनम से करीब 70 किलोमीटर दूर हुआ। ट्रेन झारखंड के टाटानगर से केरल के एर्नाकुलम जा रही थी। रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और आगे की यात्रा के इंतजाम करने की बात कही है।

