स्यानाचट्टी, यमुना नदी में बनी अस्थायी झील, प्रशासन ने किया अलर्ट, खोलने की तैयारी शुरू

Uttarkashi/Syanachatti News: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के यमुनोत्री हाईवे पर स्यानाचट्टी क्षेत्र में भारी बारिश और कुपड़ा गाड़ नाले से आए मलबे व बोल्डरों के कारण यमुना नदी का प्रवाह अवरुद्ध हो गया है, जिससे एक अस्थायी झील बन गई है। इस झील के कारण क्षेत्र में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे कई घर, होटल, और यमुनोत्री हाईवे का मोटर पुल जलमग्न हो गया है। स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है, लेकिन जिला प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है।

जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि झील को सुरक्षित रूप से खोलने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), पुलिस, और जिला प्रशासन की टीमें घटनास्थल पर मौजूद हैं। सभी आवश्यक संसाधनों के साथ राहत और बचाव कार्य शुरू किए गए हैं। झील को आज शाम या कल सुबह तक सुरक्षित ढंग से खोलने का प्रयास किया जाएगा।”

प्रशांत आर्य ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। सुरक्षा के दृष्टिकोण से स्यानाचट्टी, खरादी, कुथनौर, ओजरी, पुजारगांव, और पाली जैसे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और यमुना नदी के किनारे न जाने की सलाह दी गई है। करीब 150 से 300 लोगों को प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है।

स्थानीय निवासियों ने बताया कि कुपड़ा गाड़ से बार-बार मलबा और बड़े पत्थर बहकर आने के कारण यमुना नदी का प्रवाह बाधित हो रहा है। जयपाल सिंह रावत और बलदेव सिंह जैसे स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इन बोल्डरों को हटाकर और नदी के मुहाने पर तकनीकी समाधान लागू करके स्थायी समाधान निकाला जाए।

सिंचाई विभाग की तीन पोकलेन मशीनें लंबे समय से यमुना नदी के जलप्रवाह को सुचारू करने का काम कर रही हैं, लेकिन बार-बार मलबा आने से कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है। अधिशासी अभियंता पन्नी लाल ने बताया कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद झील का मुहाना खोलने का प्रयास जारी है।

SDM बड़कोट बृजेश तिवारी ने कहा कि बारिश और अंधेरे के कारण गुरुवार रात को झील खोलने का कार्य शुरू नहीं हो सका, लेकिन शुक्रवार सुबह से इस दिशा में तेजी से काम किया जाएगा। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और सड़क मार्गों को बहाल करने के लिए भी कार्य शुरू कर दिया है।

उत्तरकाशी में हाल ही में धराली में बादल फटने की घटना के बाद यह दूसरी बड़ी आपदा की स्थिति है। प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी स्थिति पर नजर रखने और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।

स्थानीय निवासियों और पर्यटकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए प्रशासन ने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं और स्थिति को जल्द से जल्द सामान्य करने के लिए प्रयासरत है।

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