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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी बार-बार अलग-अलग मुद्दों पर मुस्लिम महिलाओं को अपने साथ खड़ा दिखा रही है। लेकिन हकीकत क्या है यह तो पार्टी के उच्च पदाधिकारी ही बता सकते हैं। रमजान के महीने में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी समेत कई सेकुलर दलों ने इफ्तार पार्टी का आयोजन किया। मगर भाजपा ने इफ्तार पार्टी से दूरी बनाये रखी। इतना ही नहीं भाजपा शासित राज्यों में प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी भी खुद को स्टार के आयोजन से दूर रखें हुए थे। राष्ट्रपति भवन में इफ्तार पार्टी का आयोजन लंबे समय से होता आ रहा था, मगर इस बार सरकारी खर्च पर पार्टी न देने का तर्क देते हुए इफ्तार का आयोजन नहीं हुआ। इतना ही नहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इफ्तार पार्टी में कई भाजपा नेताओं को न्योता दिया गया था, मगर फिर भी इसमें शामिल नहीं हुए।दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद आदि स्थानों पर बड़े पैमाने पर इफ्तार पार्टी का आयोजन होता है। लेकिन किसी भी पार्टी में भाजपा के नेता शामिल नहीं हुए। नेताओं ने जब दूरी बनाई तो नौकरशाह भी समझ गए कि उन्हें भी दूरी बनानी है। इसलिए कई जगह से निमंत्रण मिलने के बाद भी अधिकारी पार्टी में शामिल नहीं हुए। बुधवार को अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को बुलाकर एक इफ्तार पार्टी का आयोजन कराया गया। जिसमें प्रचारित किया जा रहा है कि मुस्लिम महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है। ऐसे में सवाल उठता है कि जब भाजपा नेता इफ्तार पार्टी से दूरी बना रहे हैं तो उन्होंने केवल महिलाओं के लिए ही इफ्तार पार्टी का आयोजन कैसे किया है। क्या इस पार्टी में और लोगों को निमंत्रण नहीं दिया गया।

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