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हमजिन्स परस्ती इस्लाम में हराम है, हराम रहेगी : फजलुल्लाह चिश्ती

कानपुर। पिछले 13 सालों से समाजी,कौ़मी,मिल्ली व मजहबी खिदमत करने वाली संस्था फैजान-ए-गरीब नवाज एससिएशन उत्तर प्रदेश की जानिब से पहला यौमे इंसानियत बनाम जान-ए-ईमान कांफ्रेंस व नेशनल एवॉर्ड डिस्ट्रिब्यूशन का प्रोग्राम हलीम मुस्लिम इंटर कालेज,चमन गंज,कानपुर नगर में आयोजित हुआ।
जिसकी सदारत अल्लामा सय्यद मोहम्मद अनवर मियां चिश्ती मैनेंजर जामिया समदिया फफूंद शरीफ, सरपरस्ती पीर-ए-तरीकत सय्यद अमीन मियां काजमी आज दुनिया मे दहशत गर्दी व फसादात का कोई इलाज है तो सिर्फ इस्लामी तालीमात पर अमल करना ही है।

इन ख्यालात का इज़हार हजरत मुफ्ती मोहम्मद अनफासुल हसन साहब चिश्ती ने कानपुर मे मुनअकिद जान-ए-ईमान कांफ्रेंस मे किया। हलीम मुस्लिम इंटर कॉलेज मे आयोजित अजी़मुश्शान जलसे में कानपुर व ऐतराफ से आए हुए ज्यादा से ज्य़ादा लोगो ने शिरकत की।

मुफ्ती अनफासुल हसन साहब ने यह भी फरमाया इस्लाम जानवरों के हुक़ूक, मर्द औरत के हुक़ूक इन सब का ख्याल रखता है और जिस मज़हब में इज्जतऔर मोहब्बत की तालीम दी जाती है, उसके नाम को दहशत गर्दी और आतंकवाद के नाम से जोडऩा सरासर गलत है। दिल्ली से तशरीफ लाए इस्लामिक थिंकर मुफक्किरे इस्लाम डॉ.सय्यद फजलुल्लाह चिश्ती साहब ने कांफ्रेंस को खिताब करते हुए लोगो को अपनी फिकरी व नज़रियाती इस्लाह करने की तालीम दी।उन्होने कहा कि मुसलमानों को एहसासे कमतरी का शिकार नहीं होना चाहिये और मार्कसिज़्म, सोशिलिज़्म और नैश्नलिज़्म जैसे नजरियात के बजाए इस्लामी नज़रियात और फिक्रो अमल इख्तियार करना चाहिये। उन्होने आर्टिकल 377 से मुताल्लिक सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अपना इजहारे ख़्याल पेश करते हुए कहा कि सन् 2013 मे सुप्रीम कोर्ट ने हमजिन्स परस्ती को एक जुर्म माना और 2018 मे इसको जुर्म मानने से इंकार किया,लेकिन इस्लाम की तालीमात जो हर मुल्क और जमाने के लिए है, इसके नजदीक ये बदफेली कल भी हराम थी और ताकयामत तक हराम रहेगी।

फाजिले जामिया अजहर मिस्र हजऱत अल्लामा ग़ुलाम महबूब सुब्हानी चिश्ती अज़हरी ने क़ुरान और साइंस के मौज़ू पर गुफ्तगू करते हुए ऐसे बहुत से हक़ायक़ को पेश किया।जिनमे जदीद साइंसी तहकीकात ऐन कुरान मजीद के मिताबिक है।उन्होने नौजवान नस्ल को कुरान शरीफ के मुताले की दिलचस्पी दिलाई ताकि लोग अल्लाह ताला के हुक्म पर गौर कर सकें।

इस मौके पर फैज़ाने गऱीब नवाज़ एसोसिएशन की जानिब से तसव्वुफ,मोहब्बत और इंसानियत की तालीम को फरोग़ देने मे उनकी खिदमात को अंजाम देने के लिए हजऱत सय्यद मोहम्मद अनवर चिश्ती साहब को गऱीब नवाज़ एवार्ड से नवाज़ा गया। हजऱत मुफ्ती मोहम्मद अंफासुल हसन चिश्ती साहब को दीनो सुन्नियत की बेलौस खिदमात,समाज मे भाईचारे को बढ़ाने की खिदमात मे हाफिज़े बुख़ारी अवार्ड से नवाज़ा गया।डॉ.सय्यद फज़लुल्लाह चिश्ती साहबको इल्मो फिक्र के फरोग़ के लिए इमाम गज़़ाली एवार्ड से नवाज़ा गया। इस मौके पर एसोसिएशन के सभी पदाधिकारी व सदस्यगण मौजूद रहे।संस्था के संस्थापक/महासचिव अयाज़ अहमद चिश्ती ने सबका इस्तकबाल करते हुए शुक्रिया अदा किया।

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