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राज्य महिला आयोग की सदस्य ने किया निरीक्षण

हापुड़। राज्य महिला आयोग की सदस्य मीना कुमारी ने बुधवार को जनपद की महिला हेल्पलाइन 181, महिला थाना, वृद्धाश्रम और महिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया।

उनके आने की खबर मिलते ही अधिकारियों में खलबली मच गई। उन्होंने निरीक्षण में पाई गई कमियों को दूर करने के आदेश दिए। उन्होंने अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि महिलाओं पर होने वाले अपराधों पर त्वरित कार्रवाई की जाए।

बुधवार को राज्य महिला आयोग की सदस्य मीना कुमारी हेल्पलाइन 181 के कार्यालय पर पहुंचीं। उन्हें बताया गया कि महिलाओं को जागरूक करने के लिए समय-समय पर गोष्ठी का आयोजन किया जाता है। आयोग की सदस्य ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बसों, ऑटोरिक्शा, सार्वजनिक चौराहों पर इस योजना का प्रचार-प्रसार करने के लिए पोस्टर लगाए जाने चाहिए, ताकि महिलाओं को सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना की जानकारी मिलती रहे।

इसके बाद उन्होंने महिला थाने में पहुंचकर एक दंपती के बीच चल रहे विवाद में दोनों पक्षों के तर्क सुने। उन्होंने लड़का पक्ष के परिजन को हिदायत दी कि यदि महिला को परेशान किया गया तो पूरे परिवार के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। मीना कुमारी ने पुलिस अधीक्षक को निर्देश देते हुए तत्काल संबंधित प्रकरण में जांच पूर्ण कराते हुए रिपोर्ट तलब की हैं।

उन्होंने कहा कि महिला राज्य आयोग निरंतर रूप से जनपद में उपस्थित होकर महिला उत्पीडऩ के संबंध में जन सुनवाई करेगा। इस अवसर पर जिला प्रोबेशन अधिकारी राममूर्ति त्रिपाठी ने महिला आयोग को अवगत कराया की जनपद हापुड़ में घरेलू ङ्क्षहसा के 30 प्रकरण संज्ञान में आए। जिसमें कार्रवाई करते हुए सभी महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया है, और यह कार्य पूरे प्रदेश में प्रथम बार हुआ है। इस कार्य के लिए महिला आयोग की सदस्य ने सराहना की। कार्यक्रम के दौरान अतिरिक्त मजिस्ट्रेट अजय श्रीवास्तव तथा अन्य विभागीय अधिकारियों के द्वारा भाग लिया गया। इसके बाद वह दोयमी में स्थित वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्गों की स्थिति के बारे में जानकारी कीं। बाद में उन्होंने महिला चिकित्सालय का भी निरीक्षण किया। इस मौके पर उपजिलाधिकारी सत्यप्रकाश, तहसीलदार, चित्रपाल ङ्क्षसह, विपिन चौधरी आदि मौजूद रहे।

वहीं, राज्य महिला आयोग की सदस्य मीना कुमारी के पीए चित्रपाल ने बताया कि कुल चार स्थानों का निरीक्षण किया गया था। महिला अस्पताल में मरीजों ने अपनी समस्याओं से अवगत कराया है। इसके अलावा अस्पताल में गंदगी भी मिली है। इसके अलावा दोयमी स्थित वृद्धाश्रम की वार्डन गैरहाजिर मिली हैं।

जबकि वृद्धाश्रम को संचालित करने वाले समाज कल्याण विभाग के अधिकारी भी निरीक्षण के दौरान उपस्थित नहीं पाए गए। अनुपस्थित मिले वार्डन और समाज कल्याण अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को अवगत कराया गया है। वृद्धाश्रम में रजिस्टर में मौजूद वृद्धों की संख्या 38 लिखी गई थी, जबकि मौके पर 33 वृद्ध ही पाए गए हैं। इस कार्रवाई से एसडीएम को अवगत करा दिया गया है।

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