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ब्रेकअप के बाद की अश्लीलता शुरू


नोएडा। पहले प्रेम परवान चढ़ा फिर कहासुनी होने लगी। उसके बाद ब्रेकअप हो गया। इसका बदला लेने के लिए कंपनी के मैनेजर ने युवती की अश्लील फोटो वायरल करना शुरू कर दिया। प्रति महीने करीब 1 लाख रुपये का वेतन पाने वाला यह शख्स प्रेमिका से बदला लेने के लिए उसके अश्लील फोटो और विडियो 10-20 रुपये में पॉर्न साइट पर बेचने लगा। परेशान प्रेमिका ने पुलिस को शिकायत दी। महिला की मानसिक प्रताडऩा को देखकर लॉकडाउन में पुलिस टीम पश्चिम बंगाल भेजी गई। फिर कोलकाता से आरोपित को गिरफ्तार कर पुलिस नोएडा ले आई है।
डीसीपी महिला सुरक्षा वृंदा शुक्ला ने बताया कि महिला ने 3 मई को यह केस फेज-3 थाने में दर्ज करवाया था। इस दौरान महिला की अश्लील फोटो और विडियो सोशल साइट्स पर हर दिन अपलोड की जा रही थी। इसके साथ ही कुछ प्लैटफॉर्म पर विडियो फोटो बेचकर ई-वॉलेट से रकम भी ली जा रही थी। पुलिस ने जांच शुरू की तो इसमें दो-तीन युवकों के नाम आए। इनमें एक नाम वह भी था जिससे महिला के 4-6 साल पहले संबंध थे। पुलिस को पूरा मामला समझ में आ गया। वह आरोपित पश्चिम बंगाल के बरुईपुर में था। इसके बाद फेज-3 थाने की टीम पश्चिम बंगाल गई। कोलकाता से आरोपित को टीम लेकर वापस आई है। आरोपित एक नैशनल कंपनी में एरिया मैनेजर है। इसके पहले आरोपित की तैनाती लखनऊ व अन्य शहरों में रही है। आरोपित के कुछ साथियों को भी पुलिस ने इस अपराध में शामिल माना है।
आरोपित और पीड़िता दोनों की मुलाकात कई साल पहले एक ट्रेन में हुई थी। उसके बाद से ही दोनो एक दूसरे से घुल मिल गए।

दोनों ने एक दूसरे का मोबाइल नंबर लिया फिर यहां से यह रिश्ता शुरू हुआ। करीब 4 साल तक दोनों रिलेशनशिप में रहे। आरोप है कि इस दौरान आरोपित ने महिला की कुछ अश्लील फोटो विडियो बहाने से मांगी। वहीं कुछ विडियो और फोटो बनाई भी। यह बात भी सामने आई है कि आरोपित व उसके दोस्त एक सोशल साइट पर ग्रुप चैट भी करते थे, इसमें भी आरोपित ने कई बार महिला को जोड़ा। इसके बाद दोनों में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ तो ब्रेकअप हो गया। फिर महिला की दूसरी जगह शादी हो गई। आरोपित की पोस्टिंग कोलकाता में है, इसलिए इसे कुछ देरी से पता चला। रिश्ता तुड़वाने और बदला लेने की नियत से इसने ऐसा करना शुरू किया।

5 दिन क्वारंटीन में रही पुलिस टीम

लॉकडाउन के बीच आए इस केस की जांच और करीब 15 सौ किलोमीटर दूरी से आरोपित को गिरफ्तार करके लाना पुलिस के लिए आसान नहीं था। फेज-3 थाना एसएचओ अमित सिंह ने बताया कि पुलिस टीम जब कोलकाता गई तो वहां रोकी गई और कोरोना जांच करवानी पड़ी। कोलकाता में 5 दिन तक क्वारंटीन रही। स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में आरोपित की गिरफ्तारी हुई। फिर ट्रांजिट रिमांड पर पुलिस आरोपित को नोएडा लाई है।

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