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अदनान ने मॉस्को में लहराया भारत का परचम

नोएडा। भारत में ज्यादातर क्रिकेट ही लोकप्रिय है और हर व्यक्ति क्रिकेट को ही देखना और खेलना चाहता है। मगर दुनिया भर में हजारों की संख्या में खेल हैं जिनकी ओर भारत के युवाओं की नजर में नहीं है एक ऐसा ही खेल है। पावर लिफ्टिंग का जिसमें युवाओं की रुचि बढ़ रही है सेक्टर-12 निवासी सैयद अदनान आलम ने मॉस्को में आयोजित पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में 187.5 किलोग्राम वजन उठाकर अंतरराष्ट्रीय पावर लिफ्टिंग का गोल्ड अपने नाम करा लिया। अदनान ने जय हिंद जनाब से बातचीत में कहा कि भारत से कुल 38 खिलाड़ी गए थे। केवल उन्होंने ही रिकॉर्ड तोड़ वजन उठाकर गोल्ड मेडल जीत लिया। अदनान फिलहाल एमिटी से डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि फरवरी 2019 से उन्होंने पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता की तैयारी शुरू कर दी थी। सबसे पहले मार्च में राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने सिल्वर मेडल हासिल किया। इसके बाद सेक्टर 30 स्थित द जिम हेल्थ प्लानेट में उनके कोच मोनू गिरि ने उन्हें पावर लिफ्टिंग में आगे जाने की टिप्स दी। अदनान का कहना है कि इन खेलों की ओर सरकार का कोई ध्यान नहीं है जिसके चलते खिलाडिय़ों को अपनी प्रतिभा दबाकर बैठना पड़ता है। उन्होंने कहा कि आगामी जून में इंग्लैंड में अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता होने वाली है लेकिन उसके लिए उनके पास पर्याप्त धन नहीं है यदि धन का इंतजाम नहीं होता है तो वह इस प्रतियोगिता मैं शामिल नहीं हो पाएंगे। सरकार को ऐसे खिलाडिय़ों की मदद के लिए भी आगे आना चाहिए इसके अलावा पावर लिफ्टिंग में डाइट का भी विशेष ध्यान रखना पड़ता है जिस पर अत्यधिक खर्चा होता है।

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