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इंडोनेशिया में आतंकवाद पर बरसे पीएम मोदी

जकार्ता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया की पहली यात्रा की शुरुआत शहीदों को श्रद्धांजलि देकर की। इसके बाद इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो के साथ पीएम मोदी ने साझा बयान दिया जिसमें आतंकवाद का मुद्दा उठाया गया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिक्यॉरिटी ऐंड ग्रोथ फॉर ऑल (स््रत्र्रक्र)और ऐक्ट ईस्ट पॉलिसी का भी जिक्र किया। ऐक्ट ईस्ट पॉलिसी मोदी सरकार में शुरू की गई, जिसका मकसद एशियाई देशों के साथ संबंधों को प्रमुखता देना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, भारत को इंडोनेशिया में हालिया आतंकवादी हमलों की वजह से मारे गए लोगों के प्रति गहरा दुख है। भारत इस प्रकार के हमलों की कड़ी निंदा करता है। इस मुश्किल समय में भारत इंडोनेशिया के साथ मजबूती से खड़ा है। इस प्रकार की त्रासद घटनाएं संदेश देती हैं कि आतंकवाद से लडऩे के लिए विश्वस्तर पर किए जा रहे प्रयासों में और गति लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, इंडो-पसिफिक क्षेत्र को लेकर दोनों देशों का एक सा रुख है है। भारत की ऐक्ट ईस्ट पॉलिस और सागर राष्ट्रपति विदोदो की मैरिटाइम फलक्रम पॉलिसी से मेल खाती है।
दोनों देशों के बीच दोगुना होगा व्यापार
इसके साथ ही पीएम ने दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ाने के लिए प्रयासों को दोगुना करने का भी संकल्प लिया। पीएम मोदी ने कहा, सामुद्रिक पड़ोसियों के रूप में हमारी चिंताएं एक जैसी है। समुद्री मार्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारा कर्त्वय है। यह आर्थिक हितों की रक्षा के लिए भी जरूरी है। भारत और इंडोनेशिया साल 2025 तक द्विपक्षीय व्यापार को 50 अरब डॉलर तक ले जाने के लिए प्रयास दोगुने करेंगे।
समुद्र, व्यापार और निवेश क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा
इंडोनेशिया की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे मोदी राष्ट्रपति जोको विदोदो से मुलाकात समुद्र, व्यापार और निवेश सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा करेंगे। दोनों नेता कई कार्यक्रमों में साथ-साथ भाग लेंगे जिनमें सीईओ बिजनेस फोरम की बैठक भी शामिल है। मंगलवार को पीएम मोदी का यहां पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया।

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